श्री स्वामीनारायण मंदिर वडतालधाम द्विशताब्दी महोत्सव
श्री स्वामीनारायण मंदिर, वडताल, जिसे "वडतालधाम" के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख हिंदू मंदिर है और स्वामीनारायण संप्रदाय का एक धार्मिक स्थल है, जो भारत के गुजरात राज्य में खेड़ा जिले के नडियाद तालुका में स्थित है। यह स्वामीनारायण संप्रदाय के छह महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है, जिसकी स्थापना भगवान स्वामीनारायण ने वर्ष 1824 में की थी। "वडतालधाम" नवंबर 2024 में द्वि-शताब्दी महोत्सव मना रहा है। "वडतालधाम" दुनिया भर के लाखों भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है।
"वडतालधाम" अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला सुंदरता और जटिल नक्काशी के लिए जाना जाता है। मुख्य मंदिर का निर्माण मुख्य रूप से बलुआ पत्थर और संगमरमर से किया गया है, जो विस्मयकारी दृश्य प्रस्तुत करता है। इस मंदिर में भगवान स्वामीनारायण की मूर्ति के साथ-साथ लक्ष्मी-नारायण, राधा-कृष्ण, रणछोड़-राय और धर्म-भक्ति-वासुदेव सहित अन्य देवता भी हैं।
मंदिर परिसर 40 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें सहायक भवन और सुविधाएं शामिल हैं। परिसर का प्राकृतिक आकर्षण "गोमती" के नाम से जानी जाने वाली एक बड़ी झील है, जहां भक्त धार्मिक अनुष्ठान करते हैं और पवित्र जल मे महास्नान करते हैं। मंदिर परिसर में सुंदर भूदृश्य उद्यान, प्रार्थना कक्ष, ध्यान कक्ष और एक संग्रहालय भी शामिल है जो भगवान स्वामीनारायण के जीवन और शिक्षाओं को दर्शाता है। "वडतालधाम" प्रत्येक त्यौहार को बड़े उत्साह के साथ मनाता है, जो दुनिया भर से हजारों भक्तों को आकर्षित करता है।
"वडतालधाम" आध्यात्मिक प्रवचनों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विभिन्न गतिविधियों का केंद्र है। मंदिर स्कूल, अस्पताल, संस्कृत पाठशाला और कई अन्य सामाजिक गतिविधियों सहित शैक्षिक और मानवीय कार्यक्रम चलाता है।
"वडतालधाम" का योगदान धार्मिक प्रथाओं और अनुष्ठानों से परे है। यह सक्रिय रूप से सामाजिक और मानवीय प्रयासों में संलग्न है, पूरे समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालते हुए अपने भक्त समुदाय के बीच, करुणा और आध्यात्मिकता की भावना को बढ़ावा देता है।